इडली विज्ञान

एक बड़े अंतरराष्ट्रीय विज्ञान सम्मेलन में देश-विदेश के वैज्ञानिक इकट्ठे हुए थे। कार्यक्रमों के बीच के खाली समय में कैंटीन में बैठे हुए बर्तानिया के एक वैज्ञानिक ने हँसी-मज़ाक के लहज़े में अन्य वैज्ञानिकों से पूछा - क्या आप ऐसे किसी पदार्थ का उदाहरण दे सकते हैं जो गरम करने पर सीधे तरल अवस्था से ठोस अवस्था में बदल जाता है?

सभी वैज्ञानिक सोचने लगे।

अमरीका के वैज्ञानिक ने कहा - गरम करने पर पदार्थों का परिवर्तन ठोस से तरल, तरल से गैस, इस क्रम में चलता है। कपूर जैसे कुछ पदार्थ ठोस अवस्था से सीधे गैसीय अवस्था में बदलते हैं। पर मैं नहीं समझता कि तरल अवस्था से ठोस अवस्था में कोई भी पदार्थ बदल सकता है। यह भौतिक शास्त्र के नियमों के विरुद्ध होगा।

जर्मन वैज्ञानिक ने कहा - सवाल ही अटपटा है, और विज्ञान-विरुद्ध है। इसमें हम समय नष्ट न करें।

जापानी वैज्ञानिक - यह असंभव सी बात है, ऐसा हो ही नहीं सकता।

चीनी वैज्ञानिकों ने भी एक स्वर में यही राय दी।

तभी पीछे बैठे एक भारतीय वैज्ञानिक ने धीमी आवाज़ में कहा - मैं दे सकता हूँ ऐसे एक पदार्थ का उदाहरण जो गरम करने पर तरल अवस्था से ठोस अवस्था में बदलता है।

सभी वैज्ञानिक उसकी ओर आश्चर्य से देखने लगे और बोले - महाशय यह तो असंभव है!

पर मूल प्रश्न करने वाले बर्तानिया के वैज्ञानिक को जिज्ञासा हुई और उसने कहा - तो बताइए साहब, वह पदार्थ क्या है?

भारतीय वैज्ञानिक - वह पदार्थ है इडली! इडली बनाते समय चावल-उड़द की तरल लेई को भाप में पकाया जाता है, और जब वह पक जाती है, तो ठोस में बदल जाती है। इस तरह इडली एक ऐसा पदार्थ है जो तरल अवस्था से ठोस अवस्था में बदलता है।

वहाँ मौजूद विश्व भर के सभी वैज्ञानिकों को भारतीय वैज्ञानिक की मेधा का लोहा मानना ही पड़ा।

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